Shauchalay Yojana Online Registration 2024 : शौचालय योजना

शौचालय योजना या स्वच्छ भारत मिशन (एसबीएम), दुनिया की सबसे बड़ी स्वच्छता पहल, भारत के प्रधान मंत्री द्वारा 2014 में महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि के रूप में शुरू की गई थी। Shauchalay Yojana

मिशन का लक्ष्य 2 अक्टूबर, 2019 तक भारत को खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) प्राप्त करना है। इसके कार्यान्वयन के दौरान, 10 करोड़ से अधिक व्यक्तिगत घरेलू शौचालयों का निर्माण किया गया, जिससे स्वच्छता कवरेज 2014 में 39% से बढ़कर 2019 में 100% हो गया। लगभग 6 लाख गांवों ने खुद को ओडीएफ घोषित किया.

एसबीएम-जी अभियान का आर्थिक, पर्यावरणीय और स्वास्थ्य लाभ सहित दूरगामी प्रभाव पड़ा। इसने महिलाओं के सशक्तिकरण में भी योगदान दिया। उल्लेखनीय रूप से, इसने निर्धारित समय सीमा से ग्यारह साल पहले एसडीजी 6.2 (स्वच्छता और स्वच्छता) हासिल कर लिया।

Here is the Guidelines of Shauchalay Scheme

Here is the application Form

Shauchalay Yojana

ओडीएफ प्लस गांवों के प्रमुख घटकों में शामिल हैं:

  • छूटे हुए और नए उभरते परिवारों के लिए व्यक्तिगत घरेलू शौचालयों (आईएचएचएल) तक पहुंच प्रदान करना।
  • खाद बनाने और बायोगैस संयंत्र स्थापित करने के माध्यम से बायोडिग्रेडेबल अपशिष्ट प्रबंधन को लागू करना।
  • प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन के लिए संग्रहण, पृथक्करण और भंडारण सुविधाओं की स्थापना करना।
  • ग्रेवाटर प्रबंधन के लिए सुविधाओं का निर्माण करना, जैसे सोख गड्ढे, अपशिष्ट स्थिरीकरण तालाब और DEWATS।
  • मौजूदा सीवेज उपचार संयंत्रों/मल कीचड़ उपचार संयंत्रों (एसटीपी/एफएसटीपी) में सह-उपचार के माध्यम से मल कीचड़ का प्रबंधन करना और नए एफएसटीपी स्थापित करना।

ओडीएफ प्लस गांवों की प्रगति तीन चरणों से होकर गुजरती है:

  • ओडीएफ प्लस आकांक्षी: ठोस अपशिष्ट प्रबंधन या तरल अपशिष्ट प्रबंधन की व्यवस्था के साथ ओडीएफ स्थिति को बनाए रखना।
  • ओडीएफ प्लस राइजिंग: ठोस अपशिष्ट प्रबंधन और तरल अपशिष्ट प्रबंधन दोनों की व्यवस्था के साथ ओडीएफ स्थिति को बनाए रखना।
  • ओडीएफ प्लस मॉडल: ओडीएफ स्थिति को बनाए रखना, दृश्य स्वच्छता सुनिश्चित करना और ओडीएफ प्लस सूचना, शिक्षा और संचार (आईईसी) संदेश प्रदर्शित करना।

Overview of Shauchalay Yojana :शौचालय योजना का अवलोकन

Name of missionSwachh Bharat Mission – Rural
Name of the articleFree Toilet Scheme 2024
type of articlegovernment scheme
Who can apply?All citizens of rural India can apply.
How much financial assistance will be provided for toilet construction?₹ 12,000​
What will be the medium of application?Have to apply through online medium.
Official websiteclick here
Shauchalay Yojana

Eligibility Criteria : शौचालय योजना के लिए पात्रता मानदंड

आइए मैं आपको शौचालय निर्माण योजना (जिसे घरेलू शौचालय निर्माण योजना भी कहा जाता है) के लिए पात्रता मानदंड प्रदान करता हूं:

  • आवेदक किसी ग्रामीण या शहरी समुदाय या गैर-सामुदायिक क्षेत्र का निवासी होना चाहिए।
  • इस योजना के लिए आवेदन करने से पहले आवेदक के पास अपने नाम से कोई शौचालय नहीं होना चाहिए

इस पहल का उद्देश्य ग्रामीण और पिछड़े समुदायों को सरकारी सब्सिडी के तहत अपने घरों में शौचालय बनाने के साधन उपलब्ध कराना है। अगर आप अपने घर में शौचालय बनवाना चाहते हैं तो ऑनलाइन या ऑफलाइन आवेदन कर सकते हैं।

Documents Required: शौचालय योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज

  • Aadhar card
  • Address proof
  • I Certificate
  • proof of age
  • passport size photograph
  • mobile number
  • email id etc.

Important Links

How to Apply for Shauchalay Yojana? : शौचालय योजना के लिए आवेदन कैसे करें?

शौचालय निर्माण योजना (घरेलू शौचालय निर्माण योजना) के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के लिए, इन चरणों का पालन करें:

  • आधिकारिक स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) – चरण II पंजीकरण पोर्टल पर जाएँ: यहाँ1।
  • पंजीकरण पृष्ठ पर, अपना मोबाइल नंबर (जो आपकी लॉगिन आईडी के रूप में काम करेगा), नाम, लिंग (पुरुष, महिला या ट्रांसजेंडर) और पता दर्ज करें।
  • ड्रॉपडाउन मेनू से अपना राज्य चुनें।
  • कैप्चा कोड सत्यापन पूरा करें।
  • अपना आवेदन जमा करने के लिए रजिस्टर बटन पर क्लिक करें

शौचालय का पैसा कब आएगा 2024

शौचालय निर्माण योजना के तहत मिलने वाली धनराशि कब प्राप्त होगी, यह कई कारकों पर निर्भर करता है :

  • आप किस राज्य में रहते हैं: प्रत्येक राज्य में योजना के कार्यान्वयन और भुगतान प्रक्रिया में भिन्नता होती है।
  • आपके आवेदन की तिथि: आवेदन की तिथि के अनुसार धनराशि आवंटित की जाती है।
  • आपके आवेदन की स्वीकृति: यदि आपके आवेदन में कोई त्रुटि है या अपूर्ण जानकारी है, तो भुगतान में देरी हो सकती है।
  • बैंक खाता विवरण: यदि आपने गलत या अपूर्ण बैंक खाता विवरण प्रदान किया है, तो धनराशि हस्तांतरित नहीं की जा सकेगी।
  • सरकारी प्रक्रिया: सरकारी प्रक्रिया में कभी-कभी देरी हो सकती है, जिसके कारण भुगतान में देरी हो सकती है।

यह सलाह दी जाती है कि आप अपने राज्य के शौचालय निर्माण योजना के लिए संबंधित अधिकारी से संपर्क करें और अपने आवेदन की स्थिति और भुगतान की तारीख के बारे में जानकारी प्राप्त करें।

यहां कुछ उपयोगी जानकारी दी गई है:

आप इन वेबसाइटों पर जाकर अपने राज्य के लिए संबंधित अधिकारी से संपर्क जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

यह भी ध्यान रखें कि:

  • शौचालय निर्माण योजना के तहत मिलने वाली धनराशि शौचालय निर्माण के लिए है।
  • यह धनराशि किसी अन्य उद्देश्य के लिए उपयोग नहीं की जा सकती है।
  • योजना में धोखाधड़ी करने पर कड़ी कार्रवाई की जा सकती है।

मुझे उम्मीद है कि यह जानकारी आपके लिए उपयोगी होगी। यदि आपके कोई अन्य प्रश्न हैं, तो कृपया बेझिझक पूछें।

FAQS

निर्मल गुजरात योजना क्या है?

निर्मल गुजरात योजना ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता और स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए गुजरात सरकार द्वारा शुरू की गई एक पहल है। इसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों को खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) बनाना और ठोस और तरल कचरे के निपटान के लिए प्रभावी प्रणालियों को स्थापित करना है।
योजना के मुख्य घटक निम्नलिखित हैं:
व्यक्तिगत घरेलू शौचालय (आईएचएचएल) का निर्माण: योजना के तहत, सरकार सब्सिडी प्रदान करती है ताकि ग्रामीण परिवार अपने घरों में शौचालय का निर्माण कर सकें।
सामुदायिक शौचालयों का निर्माण: उन क्षेत्रों में जहां आईएचएचएल का निर्माण व्यावहारिक नहीं है, वहां सामुदायिक शौचालयों का निर्माण किया जाता है।
सार्वजनिक स्थानों पर शौचालयों का निर्माण: बस स्टैंड, रेलवे स्टेशनों और बाजारों जैसे सार्वजनिक स्थानों पर शौचालयों का निर्माण किया जाता है।
ठोस कचरा प्रबंधन: योजना के तहत, गांवों में ठोस कचरे के संग्रह और निपटान के लिए व्यवस्था स्थापित की जाती है।
तरल कचरा प्रबंधन: योजना के तहत, गांवों में तरल कचरे के उपचार और निपटान के लिए व्यवस्था स्थापित की जाती है।
निर्मल गुजरात योजना को सफल बनाने में ग्रामीण समुदायों की सक्रिय भागीदारी महत्वपूर्ण रही है। योजना के तहत, महिलाओं को स्वच्छता और स्वच्छता के बारे में जागरूकता बढ़ाने और समुदायों को स्वच्छता व्यवहारों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
निर्मल गुजरात योजना ग्रामीण गुजरात में स्वच्छता और स्वच्छता में सुधार के लिए एक महत्वपूर्ण पहल रही है। इस योजना ने राज्य को ओडीएफ बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और ग्रामीण निवासियों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने में मदद की है।
यहां योजना के कुछ मुख्य लाभ दिए गए हैं:
स्वास्थ्य में सुधार: स्वच्छता और स्वच्छता में सुधार से कई बीमारियों, जैसे कि डायरिया और टाइफाइड का प्रसार कम होता है।
पर्यावरण संरक्षण: ठोस और तरल कचरे के उचित निपटान से पर्यावरण को प्रदूषण से बचाने में मदद मिलती है।
सामाजिक विकास: स्वच्छता और स्वच्छता में सुधार से महिलाओं और लड़कियों की सुरक्षा और गरिमा में सुधार होता है।
आर्थिक विकास: स्वच्छता और स्वच्छता में सुधार से पर्यटन और अन्य उद्योगों को बढ़ावा मिलता है, जिससे रोजगार के अवसर पैदा होते हैं।

भारत में शौचालय योजना क्या है?

भारत में शौचालय योजना, जिसे स्वच्छ भारत मिशन (SBM) के नाम से भी जाना जाता है, यह एक राष्ट्रीय स्वच्छता अभियान है जिसका शुभारंभ 2 अक्टूबर 2014 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। इसका मुख्य लक्ष्य 2 अक्टूबर 2019 तक देश के सभी ग्रामीण घरों में शौचालयों का निर्माण करना और भारत को खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) बनाना था।
यह योजना ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले गरीब परिवारों को शौचालय निर्माण के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती है। प्रत्येक पात्र परिवार को ₹12,000 की राशि प्रदान की जाती है, जिसे दो किश्तों में भुगतान किया जाता है: पहली किश्त ₹6,000 शौचालय निर्माण शुरू करने पर और दूसरी किश्त ₹6,000 शौचालय के निर्माण के बाद।
योजना के तहत पात्रता:
योजना का लाभ केवल भारत के निवासी ही उठा सकते हैं।
आवेदक के परिवार के पास पहले से शौचालय नहीं होना चाहिए।
गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवार इस योजना के लिए पात्र हैं।
आवेदक के पास आवश्यक दस्तावेज होने चाहिए।
आवेदन कैसे करें:
योजना के लिए आवेदन ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम पंचायतों के माध्यम से किया जाता है।
आवेदक को शौचालय निर्माण के लिए आवेदन पत्र भरना होगा और आवश्यक दस्तावेजों के साथ जमा करना होगा।
ग्राम पंचायत अधिकारी आवेदन की जांच करेगा और पात्रता के आधार पर मंजूरी देगा।
मंजूरी मिलने के बाद, आवेदक को शौचालय निर्माण के लिए ₹6,000 की पहली किश्त प्राप्त होगी।
शौचालय के निर्माण के बाद, आवेदक को शेष ₹6,000 की किश्त प्राप्त होगी।
योजना के लाभ:
यह योजना ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता और स्वच्छता में सुधार लाने में मदद कर रही है।
यह योजना खुले में शौच से होने वाली बीमारियों को कम करने में मदद कर रही है।
यह योजना महिलाओं और लड़कियों की गोपनीयता और गरिमा में सुधार ला रही है।
यह योजना ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर पैदा कर रही है।